किसी भी राजनीति पार्टी के नेता हो, अपने बेबाकी को दिखाने का एक मौका नहीं छोडते. भोपाल में कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह संत-समागम समारोह में भाजपा और भगवा वस्त्र पहनने वालों पर बोल कर सुर्खियों में आए तो अब उत्तर प्रदेश के भाजपा विधायक विक्रम सिंह सैनी ने पंडित जवाहर लाल नेहरू और राजीव गांधी के बारे में बोल कर चर्चा का विषय बन गए. आपका ज़्यादा समय ना लेते हुये सीधा मुद्दे की बात पर आता हूँ.

उत्तर प्रदेश के मुज्जफ़रनगर शहर के खतौली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक है विक्रम सिंह सैनी. इन्होने मीडिया के एक सवाल पर ऐसा जवाब दिया कि वो विवादित बयान बन गया. या यूं कह ले कि जिस तरीके की भाषा का उपयोग किया वो गलत था जिसके चलते ट्रोलिंग के शिकार हो गए. उन्होने कहा कि जवाहर लाल नेहरू अय्याश थे. अंग्रेज़ो के चक्कर में आकर देश का बंटवारा करवा दिया. उनका पूरा परिवार अय्याश किस्म के थे. राजीव गांधी ने भी शादी इटली में जा कर की थी. मैं तो इनके बारे में बात ही नहीं करना चाहता हूँ.
इस बयान ने विवाद खड़ा कर दिया. ट्विटर पर किसी ने इस बयान को सही कहा तो किसी ने नेता को दबंग नेता बताया और किसी ने नसीहत दे तक डाली. हालांकि ये पहली बार नहीं हुआ है जब विक्रम सिंह ने विवादित बयान दिया हो. इससे पहले जब कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया था तब भी विक्रम सिंह ने विवादित बयान दिया था. उन्होने कहा था कि सरकार के इस फैसले के बाद अब भाजपा कार्यकर्ता वहां जा सकते हैं, जमीन खरीद सकते हैं और शादी कर सकते हैं. कार्यकर्ता बहुत उत्सुक हैं और जो कुंवारे हैं, उनकी शादी वहीं करवा देंगे. अब वहां कोई दिक्कत नहीं है. पहले महिलाओं पर बहुत अत्याचार होता था. वहां की लड़की अगर यूपी के किसी लड़के से शादी कर लेती थी तो उसकी नागरिकता छिन जाती थी. भारत की नागरिकता अलग, कश्मीर की अलग. यानी एक देश, दो विधान. मुस्लिम कार्यकर्ताओं को भी खुशी मनानी चाहिए. अब वे भी ‘गोरी’ कश्मीरी लड़कियों से शादी कर सकते हैं. जश्न होना चाहिए. हर किसी को जश्न मनाना चाहिए, बेशक वह हिंदू हो या मुस्लिम. ऐसा काम हुआ है कि पूरे देश को इस पर जश्न मनाना चाहिए. चलिये जो हाल ही में विक्रम सिंह ने बयान दिया है उसके ऊपर आई प्रतिक्रिया को पढ़ लेते है. विनोद लिखते है कि कंटेट बिलकुल सही है लेकिन उनको अपनी भाषा और व्यवहार पर ध्यान देना चाहिए था. क्योंकि ये संवैधानिक पद पर बैठे हुये है. ओंकार लिखते है सत्य सदा सत्य होता है, उजागर होने में थोड़ा समय लगता है.
जसवंत सिंह लिखते है नेहरू परिवार ने ही भारत का सत्यानाश किया था. शुभम गुप्ता विधायक के बयान पर चुटकी लेते हुये लिखते है कि ये हमारे देश के नेता है. ऋषभ राज लिखते है कि बात सही है लेकिन एक सही तरीके से बोलते तो अच्छा होता है. बृजेश यादव विधायक को उनके पार्टी के नेता को याद करवाते हुये लिखते है कि चिन्मयानंद, सेंगर तो समाज सेवा कर रहे है. उनके खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं है. निखिल गुप्ता ने इस बात को व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी का ज्ञान बता डाला. ये थे कुछ लोगो के मिश्रित यानी मिक्स रिएक्शन भाजपा विधायक विक्रम सिंह सैनी के बयान के ऊपर. आप क्या सोचते है इस बयान पर आप भी हमें नीचे कमेंट करके बता सकते है.