अगर तारीख 5 अगस्त 2019 भारत देश का ऐतिहासिक दिन था तो फिर मेरा मानना है कि तारीख 6 अगस्त 2019 को भारत का काला दिन बता सकते है. मेरा काला दिन बोलने का मतलब आप लोग समझ ही गए होंगे. 6 अगस्त 2019 को भारत ने राजनीति क्षेत्र में अपना एक नायाब हीरा खो दिया. उस हीरे को जिस विभाग में गद्दी सौंपी गई उस विभाग ने नए नए कीर्तिमान हासिल ही किये. जी हाँ, आप बिल्कुल सही सोच रहे है मैं स्व. श्रीमती सुषमा स्वराज की बात कर रहा हूँ.

सुषमा स्वराज देश की पूर्व विदेश मंत्री थी. मंगलवार रात 10 बजकर 15 मिनिट पर तबीयत बिगड़ने पर उन्हें AIIMS भर्ती करवाया गया और फिर रात 10 बजकर 50 मिनिट को उनके देहांत की ख़बर ही सामने आई. जब उन्हें भर्ती करवाने की ख़बर आयी तब उन्हें देखने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ पहुँच गए. दिल का दौरा पड़ने से उन्हें भर्ती करवाया गया था. जैसे ही ये ख़बर देश के सामने आयी तो शोक की लहर दौड़ गई.
हालांकि इनकी मौत को लेकर भी रात को काफ़ी असमंजस चला, किसी ने सुषमा को स्वर्गवासी घोषित कर दिया था तो किसी ने उन्हें केवल भर्ती होने बताया था. लेकिन, सुषमा ने ली अंतिम सांस ऐसा ऑफिसियल न्यूज़ में बता दिया गया. आज 7 अगस्त 2019 की शाम 4 बजे उनकी अंतिम यात्रा लोदी रोड़ से जाएगी.
#WATCH Prime Minister Narendra Modi pays last respects to former External Affairs Minister and BJP leader #SushmaSwaraj. pic.twitter.com/Sv02MtoSiH
— ANI (@ANI) August 7, 2019
दुःख की इस घड़ी में सोशल मीडिया ट्विटर पर ढांढस बांधने वाले और भगवान उनकी आत्मा को शांति दे वाले ट्विट्स की मानो एक दम से झड़ी लग गयी. लगे भी क्यों ना, सुषमा स्वराज सभी वर्गों में बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय थी. सुषमा का ट्विटर से बडा लगाव था, वो एक ऐसी मंत्री थी जो केवल ट्विटर पर की गई शिकायत का समाधान कर देती थी. अपने विदेश मंत्री के पद पर रहते हुए सुषमा ने बहुत सी शिकायत को ट्विटर के माध्यम से ही सॉल्व किया था.

मुझे सुषमा के हाजिर जवाबी वाला एक किस्सा याद आता है, जब शीला दीक्षित की मृत्यु हुई थी तब एक ट्विटर यूजर इरफ़ान ए खान ने सुषमा को टैग करते हुए लिखा अम्मा आपकी भी शीला दीक्षित की तरह याद आयेगी. इस ट्वीट का रिप्लाई सुषमा ने बहुत ही मजेदार तरीके से देकर उनका मुँह बन्द करवा दिया. उन्होंने लिखा इस भावना के लिए आपको अग्रिम धन्यवाद. इस तरह का मिज़ाज था सुषमा स्वराज का.
दुःख की इस घड़ी में सुषमा स्वराज को द पंचायत श्रध्दांजलि अर्पित करती है.
